जनता दल (यूनाइटेड) के नेता के. सी. त्यागी ने हरियाणा में हाल ही में दो लोगों की हत्या पर हंगामे के बीच बुधवार को गोरक्षकों की निंदा करते हुए कहा कि उनकी कार्रवाई पूरी तरह से असंवैधानिक है और किसी भी "राजनीतिक संगठन" को पुलिस का काम नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में गोरक्षा के नाम पर हुई हिंसा के लिए गोरक्षकों की आलोचना की थी।
वह फरीदाबाद में गोरक्षकों के कथित तौर पर कार का पीछा करने के बाद 19 साल के आर्यन मिश्रा की गोली मारकर हत्या करने के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे। हाल ही में हरियाणा के चरखी दादरी में एक गौरक्षकों के ग्रुप ने कथित तौर पर प्रवासी श्रमिक साबिर मलिक की भी ऐसे ही मामले में हत्या कर दी थी।
त्यागी ने कहा, "मैं ही नहीं देश के प्रधानमंत्री ने भी इस पर टिप्पणी की है कि काऊ विजिलांटी के नाम पर जो गुंडागर्दी हो रही है, मैं उसको अप्रूव नहीं करता। किसी को अगर इस तरह की शिकायत है तो थाने में दर्ज करना चाहिए। किसी को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है और कॉन्स्टिट्यूशन के प्रिएंबल में भी लिबर्टी ऑफ फेथ, लिबर्टी ऑफ थॉट और लिबर्टी ऑफ एक्सप्रेशन, उसका जिक्र है। दीस इज अनकॉन्स्टिट्यूशनल, एंटीकॉन्स्टिट्यूशनल।"
उन्होंने कहा, ये काम तो थानों का है, कोई पॉलिटिकल ऑउटफिट कैसे इसे अपने हाथ में ले सकता है, दिस इस पार्ट ऑफ गुंडागर्दी, आई डीसअप्रूव"। आर्यन मिश्रा की 23 अगस्त की आधी रात में हाईवे पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में पुलिस ने कथित तौर पर उनका पीछा करने और गोलीबारी करने वाले पांच लोगों सौरभ, अनिल कौशिक, वरुण, कृष्णा और आदेश को 28 अगस्त को गिरफ्तार किया था।