Breaking News

बाटला हाउस तोड़फोड़: 11 लोगों को दिल्ली हाईकोर्ट से राहत, बुलडोजर एक्शन पर लगी अंतरिम रोक     |   इजरायल-ईरान तनाव: नेतन्याहू ने मौजूदा हालात की जानकारी दी- पीएम मोदी     |   बांग्लादेश: टैगोर के पैतृक आवास में तोड़फोड़ के आरोप में 5 लोग गिरफ्तार     |   राजस्थान: ED ने JJM घोटाले में आरोपियों की ₹47.80 करोड़ की संपत्ति जब्त की     |   केरल: कन्नूर में भारी बारिश का अलर्ट, 14-15 जून को शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे     |  

मेरठ ट्रिपल मर्डर केस में 10 आरोपी दोषी करार, 5 अगस्त को सजा सुनाएगी कोर्ट

मेरठ के चर्चित ट्रिपल मर्डर केस में कोर्ट ने 10 आरोपियों को दोषी करार दिया है। इसमें गर्लफ्रेंड शीबा सिरोही शामिल हैं। लव ट्रायंगल को लेकर 2008 में इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया गया था ।जिसके बाद अब 16 साल बाद इस मामले में फैसला आने की उम्मीद जताई जा रही है।

दरअसल पूरा मामला 2008 में मेरठ के थाना कोतवाली क्षेत्र के गुदड़ी बाजार में हुए हत्याकांड में 14 के खिलाफ चार्जशीट लगी थी। इसमें 2 आरोपियों की पहले ही मौत हो चुकी है। 1 आरोपी जुवेनाइल में छूट गया था। 1 आरोपी की फाइल अभी विचाराधीन है। बाकी 10 को दोषसिद्ध कर दिया है। सजा सुनाने के लिए 5 अगस्त तय की है। पूरे केस में 33 गवाहों ने गवाही दी थी।कोर्ट में फैसले से पहले सुरक्षा को बढ़ा दी गई है। यहां वादी और आरोपी पक्ष दोनों मौजूद हैं। 2008 में हत्यारों ने घर बुलाकर तीनों युवकों को पहले गोली मारी, फिर तलवार से गला काटा गया। लाठी-डंडों से पीटा, आंखें भी फोड़ दी। रातभर टॉर्चर और मौत का खूनी खेल चलता रहा।  

आपको बता दें 23 मई 2008 को बागपत और मेरठ जिले के बॉर्डर पर बालैनी नदी के किनारे तीन युवकों के शव मिले। मृतकों की पहचान सुनील ढाका निवासी जागृति विहार मेरठ, पुनीत गिरि निवासी परीक्षितगढ़ रोड मेरठ और सुधीर उज्जवल निवासी गांव सिरसली, बागपत के रूप में हुई।

जहां 22 मई की रात तीनों की हत्या कोतवाली के गुदड़ी बाजार में हाजी इजलाल कुरैशी ने अपने भाइयों और दोस्तों के साथ मिलकर की। इजलाल की दोस्ती मेरठ कॉलेज में पढ़ने वाली शीबा सिरोही से थी। वह एकतरफा प्यार करता था। वहीं, सुनील ढाका भी शीबा को चाहने लगा था। शीबा को इजलाल से तीनों युवकों का मिलना पसंद नहीं था। उसने इजलाल को तीनों के खिलाफ उकसाया था। तीनों को गुदड़ी बाजार में आरोपी इजलाल ने घर बुलाया। जहां हत्या कर दी। ये हत्याकांड इतना नृशंस था कि प्रदेशभर में चर्चा में रहा। घटना को देख और सुनकर हर कोई हैरान था। आनन-फानन मेरठ के साथ ही बागपत पुलिस को अलर्ट किया गया। तत्काल एक आरोपी की गिरफ्तारी भी की गई। मुख्य आरोपी इजलाल से पूछताछ हुई तो हैरान करने वाले खुलासे हुए।

वही मेरठ की एंटी करप्शन कोर्ट के जज पवन शुक्ला में इस मामले में 10 आरोपियों को दोषी मान लिया है। 9 की गिरफ्तारी कोर्ट रूम से की गई। जबकि एक जेल में मौजूद है । और अब 5 अगस्त को इस मामले में सजा पर बहस के बाद फैसला आने की उम्मीद है। वही वादी पक्ष के वकील प्रमोद त्यागी की माने तो यह इंसाफ की जीत हुई है।