Breaking News

ऑपरेशन सिंदूर: 'भारत के पास एयर डिफेंस की मजबूत ग्रिड’, बोले DG एयर ऑपरेशन     |   ऑपरेशन सिंदूर: 'हम अगले मिशन के लिए तैयार’, बोले DG एयर ऑपरेशन एके भारती     |   ‘हमारे सभी एयरबेस ऑपरेशनल हैं’, प्रेस ब्रीफिंग में बोले डीजी एयर ऑपरेशन     |   ऑपरेशन सिंदूर: 'अगले मिशन के लिए तैयार और तत्पर', ब्रीफिंग में बोली सेना     |   ऑपरेशन सिंदूर: दुश्मन के जहाज को पास आने का मौका नहीं दिया- DG एयर ऑपरेशन     |  

भारत के इन राज्यों में सबसे ज्यादा पाक नागरिक, अब होगी वापसी

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रवैया अपनाते हुए एक के बाद एक कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। सरकार ने भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए वीजा रद्द कर दिए हैं और उन्हें जल्द से जल्द देश छोड़ने का आदेश दिया है। वाघा बॉर्डर पर अब बड़ी संख्या में पाकिस्तानी नागरिकों को अपने देश वापस लौटते हुए देखा जा रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश में भी पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यूपी पुलिस की ओर से जानकारी दी गई है कि राज्य में कितने पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं और किस तरह से उन्हें वापस भेजा जाएगा। सरकार का यह सख्त कदम देश की सुरक्षा और आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने की दिशा में एक बड़ा फैसला माना जा रहा है।

यूपी में रह रहे पाकिस्तानी अब जाएंगे वापस

उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रदेश में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, फिलहाल यूपी में लगभग 1000 से 1200 पाकिस्तानी नागरिक मौजूद हैं, जिन्हें जल्द ही वापस पाकिस्तान भेजा जाएगा। हालांकि, अभी तक केंद्र सरकार की तरफ से कोई औपचारिक आदेश नहीं मिला है। जैसे ही आदेश मिलेगा, कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। पहलगाम आतंकी हमले के समय लखनऊ में कुल 421 पाकिस्तानी नागरिक मौजूद थे, जिनमें से 8 के पास शॉर्ट टर्म वीजा था और उनमें से 5 लोग पहले ही वापस जा चुके हैं। बाकी 413 नागरिकों के पास लॉन्ग टर्म वीजा है, जिनमें कई ऐसे पाकिस्तानी हिंदू शामिल हैं जो भारत में शरण लिए हुए हैं। विदेश मंत्रालय की ओर से यह साफ कर दिया गया है कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू नागरिकों के वीजा रद्द नहीं किए जाएंगे। इसके अलावा कुछ पाकिस्तानी महिलाओं के पास भी लॉन्ग टर्म वीजा है, जिनकी शादी भारत में हुई है और वे यहीं रह रही हैं। ऐसे मामलों को विशेष मानवीय आधार पर देखा जा रहा है।

राजस्थान में पाकिस्तानी नागरिकों की गिनती शुरू

राजस्थान में इस समय लगभग 30 हजार पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जिनमें से करीब 500 शॉर्ट टर्म वीजा पर हैं, जबकि बाकी 29,500 के पास लॉन्ग टर्म वीजा है। लॉन्ग टर्म वीजाधारियों में से अधिकतर ने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया है, लेकिन अब तक उनके लिए कोई विशेष गाइडलाइन जारी नहीं की गई है। केंद्र सरकार ने शॉर्ट टर्म वीजाधारियों को 27 अप्रैल तक और मेडिकल वीजा पर आए नागरिकों को 29 अप्रैल तक देश छोड़ने का निर्देश दिया है। इसके अलावा, सभी पाकिस्तानी नागरिकों को अटारी बॉर्डर के जरिए ही देश से बाहर जाना होगा। यदि कोई व्यक्ति इन निर्देशों के बाद भारत में पाया गया, तो उसे अवैध माना जाएगा और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राजस्थान में अधिकतर पाकिस्तानी नागरिक हिंदू हैं, जो सालों से यहां रह रहे हैं, जबकि कुछ मुस्लिम नागरिक जियारत या पारिवारिक कारणों से भारत आए थे। अब सभी शॉर्ट टर्म वीजाधारियों को चिन्हित कर उन्हें भारत छोड़ने की प्रक्रिया जारी की जा रही है।

हरियाणा में पाकिस्तानी नागरिकों की संख्या

हरियाणा राज्य में भी पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान और उन्हें वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हरियाणा पुलिस और गृह विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, फिलहाल राज्य में दर्जनों की संख्या में पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। इनमें कुछ लोग शॉर्ट टर्म वीजा पर हैं, जबकि कुछ के पास लॉन्ग टर्म वीजा है। लॉन्ग टर्म वीजाधारियों में अधिकतर वे लोग हैं, जो वर्षों पहले भारत आए थे और यहीं पर बस गए। इनमें कुछ ऐसे भी हैं जिन्होंने भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन कर रखा है, लेकिन अभी तक उन्हें मंजूरी नहीं मिली है। हरियाणा में रहने वाले अधिकतर पाकिस्तानी नागरिक हिंदू समुदाय से हैं, जो पाकिस्तान से धार्मिक और सामाजिक उत्पीड़न के कारण भारत आए थे। वहीं कुछ मुस्लिम पाकिस्तानी नागरिक रिश्तेदारों से मिलने या इलाज के लिए वीजा पर भारत आए हुए हैं। केंद्र सरकार के आदेश के अनुसार, शॉर्ट टर्म वीजा रखने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल 2025 तक और मेडिकल वीजा पर आए लोगों को 29 अप्रैल 2025 तक भारत छोड़ना होगा। इसके बाद जो भी व्यक्ति भारत में पाया गया, उसे अवैध माना जाएगा और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा सरकार ने जिलों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की सूची तैयार करें और उनकी वीजा स्थिति की समीक्षा करें। इसके अलावा, नागरिकों को सूचित किया जा रहा है कि वे समय सीमा के भीतर भारत छोड़ने की प्रक्रिया पूरी कर लें, ताकि किसी भी तरह की कार्रवाई से बचा जा सके। यह कदम देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने और आतंकवाद के नेटवर्क पर लगाम कसने की दिशा में एक अहम पहल माना जा रहा है।


मुख्यमंत्रियों को अमित शाह का फोन

पाकिस्तान के खिलाफ चल रही सख्त कार्रवाई के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की है। उन्होंने मुख्यमंत्रियों को साफ निर्देश दिए हैं कि अपने-अपने राज्यों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की जाए और उन्हें जल्द से जल्द वापस पाकिस्तान भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाए। अमित शाह ने यह भी कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक बिना वैध कारण के भारत में न रुके और उनकी शीघ्र वापसी के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। यह निर्देश देश की सुरक्षा और आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाने की दिशा में एक और बड़ा कदम माना जा रहा है।

पाक नागरिकों को 29 अप्रैल 2025 तक मिल रहा वक्त

भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा को लेकर सख्त कदम उठाते हुए सभी मौजूदा वैध वीजा को रद्द करने का फैसला किया है। भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक, पाकिस्तान के नागरिकों को दिए गए सभी वीजा 27 अप्रैल 2025 से अमान्य माने जाएंगे। इसके अलावा, जिन पाकिस्तानी नागरिकों के पास मेडिकल वीजा है, वे केवल 29 अप्रैल 2025 तक ही वैध रहेंगे। इसका मतलब है कि भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को अपने वीजा की वैधता खत्म होने से पहले देश छोड़ना होगा। सरकार का यह फैसला देश की सुरक्षा और आतंकी गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, और अब सभी राज्यों में इसे सख्ती से लागू किया जा रहा है।