भारतीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास एल. यथिराज ने पेरिस पैरालंपिक में सिल्वर मेडल जीता। सुहास बैडमिंटन के मेंस सिंगल्स एसएलफोर फाइनल में फ्रांस के लुकास माजुर के हाथों 9-21, 13-21 से हार गए। सुहास ने पीटीआई वीडियो से खास बातचीत में कहा कि सिल्वर मेडल जीतना भी किसी चुनौती से कम नहीं है।
उन्होंने कहा, "हमेशा सिल्वर जीतना एक चुनौतीपूर्ण बात अपने आप में है। हर खिलाड़ी चाहता है कि वो गोल्ड जीते और वो दुख रहता है कि वे गोल्ड नहीं जीते। परंतु जो हर खिलाड़ी पैरालंपिक में जाता है वो चाहता है कि वो मेडल जरूर जीते और गोल्ड के बाद अगर कोई सबसे सर्वोच्च मेडल है तो वो सिल्वर है। सिल्वर की विशेषता ये है कि जो मैंने महसूस किया है जब तुरंत मैच खत्म होता है और सिल्वर मेडल आता है तो आपको दुख होता है। बाद में आप पीछे मुड़कर देखते हैं कि ईश्वर की असीम कृपा रही है देश के लिए सिल्वर जीतना भी इतनी छोटी बात नहीं है। मुझे लगता है कि मिक्सिड इमोशन है सिल्वर जीतना।" 41 साल के सुहास ने टोक्यो पैरालंपिक में भी रजत पदक जीता था।