New Delhi: तिरूपति मंदिर लड्डू विवाद में सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा कि कम से कम देवताओं को तो राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने जानना चाहा कि इस बात का क्या सबूत है कि तिरुपति लड्डू बनाने में दूषित घी का इस्तेमाल किया गया था।
जस्टिस बी. आर. गवई और जस्टिस के. वी. विश्वनाथन की बेंच ने ये भी पूछा कि जब मामले की जांच के आदेश पहले ही दिए जा चुके हैं तो सार्वजनिक बयान देने की क्या जरूरत थी। बेंच ने कहा, ‘‘कम से कम, हम उम्मीद करते हैं कि देवताओं को राजनीति से दूर रखा जाएगा।’’
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने बेंच से कहा कि ये आस्था का मामला है और अगर लड्डू बनाने में दूषित घी का इस्तेमाल किया गया है तो ये अस्वीकार्य है। मामले में सुनवाई जारी है। बेंच उन याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है, जिनमें तिरुपति के लड्डू बनाने में पशु चर्बी के कथित इस्तेमाल की जांच की मांग की गई है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने इस महीने की शुरुआत में दावा किया था कि राज्य में पिछली वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान तिरुपति के लड्डू तैयार करने में पशुओं की चर्बी का इस्तेमाल किया गया था। इससे बड़े पैमाने पर राजनैतिक विवाद पैदा हो गया था।