भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानि इसरो के अध्यक्ष वी. नारायणन ने बताया कि भारत दुनिया के उन चार देशों में शामिल हो गया है, जिनके पास उपग्रहों की डॉकिंग और डीडॉकिंग तकनीक है। केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में उन्होंने बताया, "30 दिसंबर 2024 को दो स्पाडेक्स उपग्रह अपने कक्षा में स्थापित हो गए। दोनों उपग्रह कुछ किलोमीटर की दूरी पर चक्कर लगा रहे थे।
13 मार्च को हमने पहली ही कोशिश में स्पाडेक्स उपग्रहों की डीडॉकिंग कर ली। इसके साथ ही भारत उन चार देशों में शामिल हो गया है, जिनके पास डॉकिंग और डीडॉकिंग तकनीक है।"
इसरो अध्यक्ष ने ये मुकाम हासिल करने के लिए टीम को बधाई दी। स्पाडेक्स मिशन पिछले साल 30 दिसंबर को लॉन्च किया गया था। मिशन में इसरो ने एसडीएक्स01 और एसडीएक्स02 उपग्रहों को अंतरिक्ष में उनकी कक्षा में स्थापित किया था। मिशन का मकसद अंतरिक्ष में डीडॉकिंग का प्रयोग करना था।
इसरो अध्यक्ष ने बताया कि आने वाले समय में इससे जुड़े और भी प्रयोग किए जाएंगे। इसरो ने बताया कि इस प्रयोग की लागत तुलनात्मक दृष्टि से काफी कम थी।