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विदेश मंत्रालय में आज सुबह 10 बजे अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस, भारत-पाकिस्तान तनाव पर हो सकता है बड़ा ऐलान

भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ते सैन्य तनाव के बीच आज सुबह 10 बजे नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहा है। यह प्रेस कॉन्फ्रेंस ऐसे समय हो रही है जब दोनों देशों के बीच सीमा पर हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं। पाकिस्तान की ओर से की जा रही मिसाइल और ड्रोन हमलों की नाकाम कोशिशों के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई से हालात और भी संवेदनशील हो गए हैं। ऐसे में यह प्रेस कॉन्फ्रेंस कई मायनों में अहम मानी जा रही है।

विदेश मंत्रालय की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस भारत की रणनीतिक और कूटनीतिक स्थिति को स्पष्ट करने के उद्देश्य से की जा रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि इसमें भारत की तरफ से अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक स्पष्ट संदेश दिया जाएगा कि भारत अपनी सीमाओं की रक्षा करने के लिए पूरी तरह तैयार है और किसी भी प्रकार की उकसावे की कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देगा।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर उपस्थित रहेंगे और भारत की सुरक्षा स्थिति, पाकिस्तान की हालिया हरकतें, और भारत की सैन्य कार्रवाई के बारे में जानकारी साझा करेंगे। भारत संयुक्त राष्ट्र और अन्य वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान के खिलाफ औपचारिक शिकायत दर्ज कराने की योजना का ऐलान करेगा।

बीते कुछ दिनों से पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में मिसाइल और ड्रोन से हमले की कोशिशें की गईं, जिन्हें भारतीय सेना ने समय रहते नाकाम कर दिया। इसके जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के भीतर स्थित कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है। इन घटनाओं के बाद से पूरे दक्षिण एशियाई क्षेत्र में बेचैनी का माहौल है और वैश्विक शक्तियां स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी बताया जा सकता है कि भारत ने अमेरिका, रूस, फ्रांस, और संयुक्त राष्ट्र जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं को विस्तृत जानकारी दे दी है और क्षेत्रीय शांति बनाए रखने के लिए सभी कूटनीतिक उपायों को अपनाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर, भारत की सशस्त्र सेनाएं हर संभावित खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह अलर्ट मोड में हैं।

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, और विदेश मंत्री जयशंकर के साथ उच्चस्तरीय बैठक की थी। इसमें स्थिति की समीक्षा और भावी रणनीति पर चर्चा की गई थी। आज सुबह 10 बजे होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस न केवल भारत की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा नीति की झलक देगी, बल्कि वैश्विक समुदाय के लिए भी एक संदेश होगी कि भारत शांति का पक्षधर है लेकिन अपनी संप्रभुता और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा।