आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए समय ही नहीं मिल पता है। लोग कई तरह की बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। वहीं काम के बोझ से लोगों में डिप्रेशन और एंग्जाइटी कर समस्या देखने को मिल रही है। इसे कम करने के कई तरीके हो सकते हैं। आप चाहें तो मेडिटेशन करें या अपने हॉबीज पर ध्यान दें। कई एक्सरसाइज भी हैं जो आपको तनाव से निजात दिलाने में मदद करते हैं। आपने देखा होगा कि कई लोग मॉर्निंग वॉक करते हैं। सुबह वॉक करने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। आपने भी ज्यादातर लोगों को सुबह के समय ही टहलते हुए देखा होगा, लेकिन आज हम आपको सनसेट वॉक के फायदों के बारे में बताएंगे।
सूरज ढलने के समय काे सनसेट वॉक कहा जाता है। सूर्यास्त के समय की जाने वाली वॉक को Sunset Walk कहते हैं। इसमें अक्सर खूबसूरत नजारों का आनंद लेना और दिन के अंत के शांत वातावरण का अनुभव करना शामिल होता है। दिनभर की भागदौड़ के बाद जब हम नेचर के करीब होते हैं, तो मन को शांति मिलती है। सूरज के ढलते समय आसमान का नजारा, ठंडी हवा और हल्की रोशनी मिलकर तनाव और चिंता को दूर करती हैं। इससे मानसिक थकान कम होता है और नींद भी अच्छी आती है।
रात के खाने से पहले थोड़ी देर की वॉक पाचन क्रिया को बेहतर बनाती है। शाम को खाना खाने के बाद टहलने की सलाह अक्सर दी जाती है, लेकिन अगर आप डिनर से पहले भी सनसेट वॉक कर लें तो आपको फायदे मिल सकते हैं। आजकल लोग घंटों ऑफिस में बैठकर काम करते हैं। इससे उनका शरीर सुस्त हो जाता है। वजन बढ़ने की समस्या भी देखी जाती है। ऐसे में उनके लिए शाम की वॉक बहुत जरूरी होती है। यह शरीर को एक्टिव बनाए रखने में मददगार है। इससे मेटाबॉलिज्म तेज होता है और वजन भी कंट्रोल में रहता है।
नेचर के बीच टहलने से हमारे सोचने की शक्ति भी तेज होती है। जब हम शांत वातावरण में पैदल चलते हैं तो दिमाग में नए विचार आते हैं और क्रिएटिविटी बढ़ती है। अगर आप शाम के समय परिवार या किसी दोस्त के साथ वॉक करते हैं तो इससे रिश्ते मजबूत बनते हैं। ये वो समय होता है जब आप उन्हें टाइम देते हैं। साथ में टहलने से बातचीत होती है, मन हल्का होता है और आपसी समझ भी बढ़ती है। आपको बता दें कि Sunset के समय पक्षियों की चहचहाहट और आसमान में रंगों का खेल मन को सुकून देता है। यह एक तरह का मेडिटेशन होता है। ये मेंटल हेल्थ को बनाए रखता है।