पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में डेंगू की चपेट में आए नौ साल के बच्चे की मौत हो गई, जो कि दार्जिलिंग जिले में डेंगू से मौत का पहला मामला है।
डेंगू हेमोरेजिक शॉक सिंड्रोम' के वजह से बच्चे की मौत हुई और इसके पीछे कि वजह थ्रोम्बोसाइटोपेनिया और कॉर्डियो रिस्पिरेटरी फेलियर है।
घर वालों ने बताया कि तेज बुखार होने पर उसे नर्सिंग होम में भर्ती कराया था। बच्चे की मां ने कहा कि डॉक्टर ने बताया कि बच्चे को डेंगू है।
सिलीगुड़ी में इस साल अब तक डेंगू के 30 मामले आ चुके हैं। लोगों के कहने के बाद सफाई अभियान चल रहा है।
डेंगू फैलाने वाला मच्छर जहां भी पानी इकठ्ठा हो जाता है वहां पनपता है। सिलीगुड़ी मेयर गौतम देब ने कहा कि ये देखने के लिए टीम बनाई गई है कि बच्चे का इलाज सही तरीके से किया जा रहा था या नहीं।
एसएमसी में विपक्ष के नेता और बीजेपी पार्षद अमित जैन ने सिलीगुड़ी में डेंगू से निपटने के लिए एसएमसी को लापरवाह बताया ।