कर्नाटक के बीदर जिले का एक मॉडल स्कूल वर्तमान में शिक्षकों की कमी का सामना कर रहा है. जिसके बारे में छात्रों और गांव के बुजुर्गों का कहना है कि, इससे शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है. आदर्श विद्यालयों की स्थापना निम्न-आय वाले परिवारों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लक्ष्य के साथ की गई थी.
ग्राम पंचायत प्रधान के अनुसार, स्कूल में वर्तमान में नामांकित लगभग 500 छात्रों के लिए केवल तीन नियमित शिक्षक हैं. आदर्श विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों का कहना है कि. शिक्षकों के नियमित स्थानांतरण और स्कूल में स्थायी कर्मचारियों की कमी के कारण उनका शैक्षणिक प्रदर्शन प्रभावित हो रहा है.
छात्रों और अभिभावकों ने राज्य सरकार से स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की है. ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो.