नीट पीजी परीक्षा (NEET PG 2025) अब 3 अगस्त को एक ही शिफ्ट में होगी. सुप्रीम कोर्ट ने आज, 6 जून को, परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था, नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (NBEMS) को समय बढ़ाने की अनुमति दे दी है. कोर्ट ने 30 मई को आदेश दिया था कि परीक्षा एक शिफ्ट में होनी चाहिए, लेकिन साथ ही एनबीई को परीक्षा स्थगित करने का भी अधिकार दिया गया. NEET PG 2025 पहले 15 जून को दो शिफ्ट में आयोजित होने वाली थी.
NBEMS ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उन्हें परीक्षा के लिए संसाधन जुटाने में ज्यादा समय चाहिए क्योंकि यह कंप्यूटर बेस्ड परीक्षा है और इसके लिए 250 शहरों में 1,000 से ज्यादा परीक्षा केंद्रों और करीब 60,000 लोगों जैसे निगरानी कर्मियों, सिस्टम ऑपरेटर और सुरक्षा कर्मियों की आवश्यकता होती है. NBEMS ने मार्च में घोषणा की थी कि NEET PG 2025 दो शिफ्ट में होगी, जैसा पिछले साल हुआ था. लेकिन कई उम्मीदवार इस बात को लेकर चिंतित थे कि दो शिफ्ट में प्रश्न पत्रों की कठिनाई में अंतर हो सकता है, जिससे कुछ छात्रों का प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है.
2024 में NEET PG देने वाले उम्मीदवारों ने परिणाम की पारदर्शिता और सामान्यीकरण प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे. याचिकाकर्ताओं ने मांग की थी कि एनबीई को NEET PG के उत्तर कुंजी, जवाब पत्र, कच्चे और सामान्यीकृत अंक और सभी शिफ्ट के सामान्यीकृत परिणाम सार्वजनिक करने चाहिए. साथ ही, उन्होंने परीक्षा की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए उत्तर कुंजी और प्रश्न पत्र जारी करने को नियमित नियम बनाने की भी मांग की थी. याचिकाकर्ताओं ने काउंसलिंग प्रक्रिया को तब तक रोकने की भी मांग की थी जब तक ये सभी समस्याएं हल न हो जाएं.
पिछले साल दो शिफ्ट में हुईं थी परीक्षा
पिछले साल पहली बार NEET PG दो शिफ्ट में हुई थी. यह परीक्षा 11 अगस्त को आयोजित हुई थी, जिसमें पहली शिफ्ट सुबह 9 बजे से 12:30 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 3:30 बजे से शाम 7 बजे तक थी. उम्मीदवारों को यादृच्छिक रूप से शिफ्टों में बांटा गया था ताकि समूहों का आकार बराबर रहे और किसी प्रकार का पक्षपात न हो. इस बदलाव के कारण बोर्ड ने सामान्यीकरण प्रक्रिया लागू की. परिणाम कच्चे अंक और प्रतिशतांक के आधार पर निर्धारित किए गए, जिसमें सात दशमलव स्थान तक गणना की गई. यदि अंक बराबर होते तो अधिक उम्र वाले उम्मीदवार को ऊपर रैंक दी गई. अंतिम मेरिट लिस्ट सभी शिफ्ट के प्रतिशतांकों के आधार पर तय की गई.