दिल्ली में आप और बीजेपी एक दूसरे के वोटों पर सेंधमारी की पूरी तैयारी में लगी है. BJP इस बार झुग्गियों में रहने वाले 'आप' वोटर्स को अपने पाले में करने के लिए पूरा दम लगा है. यही कारण है कि 'जहां झुग्गी वहीं मकान' योजना के तहत पीएम मोदी ने झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों को 1675 फ्लैटों की चाबियां सौंपकर एक बड़ा मास्टरस्ट्रोक खेल दिया है और अब इसमें फाइनल टच देने की तैयारी में लगे हैं बीजेपी के चुनावी चाणक्य केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह.
दरअसल, अमित शाह 11 जनवरी को दिल्ली की झुग्गियों के प्रधानों से मिलने की तैयारी कर रहे हैं, जिसके बाद सियासी हलचल तेज हो गई है. आप को टेंशन है कि इस बार कहीं झुग्गियों से मिलने वाला वोट उसके हाथ से न फिसल जाए. झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोग दिल्ली की 20 सीटों का फैसला करेंगे. बता दें कि दिल्ली की 750 झुग्गियों में 30 लाख लोग रहते हैं, जिनमें से आधे रजिस्टर्ड वोटर्स हैं.
आप के वोट पर बीजेपी की नजर
'आप' सुप्रीमों अरविंद केजरीवाल ने पिछले टर्म में झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों का पूरा वोट अपने पाले में लिया है. ये वोटर्स लगभग सत्ता का रास्ता तय करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं. 2020 में झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले करीब 61% वोटर्स ने 'आप' को वोट दिया था. वहीं 2015 में 66% वोटर्स ने 'आप' पर भरोसा जताया था. अब 26 सालों से दिल्ली की सत्ता से बाहर बीजेपी इन वोटों की सेंधमारी कर सत्ता के रास्ते को क्लियर करना चाहती है.
प्रधान संग मिलकर ग्राउंड लेवल पर तैयारी
दिल्ली के झुग्गियों के प्रधानों की वोटर्स पर कड़ी पकड़ होती है. ऐसे में फ्लैटों की चाबियां सौंपने के बाद उनमें बीजेपी ने खुद के लिए सॉफ्ट माइंड क्रिएट कर लिया है. इसके बाद अब 11 जनवरी को अमित शाह यहां के प्रधानों से मिलकर चुनावी रणनीति तय करेंगे और कैसे बूथ लेवल पर वोट को मजबूत किया जाए, इस पर चर्चा करने वाले हैं. सभी प्रधान बीजपी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर ग्राउंड लेवल पर झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों के वोट बैंक को सुनिश्चित करेंगे.