हाल ही में जेल से रिहा हुए छह लोगों ने पहाड़ों की सैर पर जाने के लिए पैसे जुटाने के लिए दिल्ली के द्वारका इलाके में डकैती डालने का फैसला किया। उनकी साजिश हालांकि धरी की धरी रह गई क्योंकि वे अपने पहले शिकार को निशाना बनाने के कुछ ही देर बाद पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
बिंदापुर की जेजे कॉलोनी निवासी अपराधियों के गिरोह ने 12 नवंबर की शाम दक्षिण-पश्चिम इलाके में बंदूक के बल पर एक दुकानदार को लूट लिया था।
पुलिस उपायुक्त (द्वारका) अंकित सिंह ने कहा, “मुकेश नाम का एक किराना दुकानदार अपने स्कूटर से घर लौट रहा था, तभी बिंदापुर में डीडीए फ्लैट्स के पास उसे रोका गया। मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोगों ने उसे रोका और बंदूक के बल पर 50,000 रुपये लूट लिए।”
पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए कई टीमें बनाई गई थीं। उन्होंने संदिग्धों की गतिविधियों का पता लगाने के लिए 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का विश्लेषण किया और उनकी पहचान की।
डीसीपी ने बताया कि सूचना के आधार पर पुलिस ने जाल बिछाया और 17 नवंबर को तीन आरोपियों मोहम्मद साजिद (23), मोहम्मद शोएब (19) और मोहम्मद राशिद (22) को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान उन्होंने अपराध कबूल कर लिया और इसमें अपने तीन अन्य साथियों के शामिल होने का खुलासा किया, जिसके बाद मोहम्मद अयान (19), मोहम्मद आफताब (22) और मोहम्मद अल्ताब (24) को गिरफ्तार कर लिया गया।
डीसीपी ने कहा, “सभी आरोपियों की आपराधिक पृष्ठभूमि है और वे आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। हाल ही में विभिन्न अपराधों के लिए सजा काट कर जेल से रिहा होने के बाद, उन्होंने एक पर्वतीय स्थल पर बर्फबारी का आनंद लेने की योजना बनाई। लेकिन जब उनके पास पैसे नहीं थे, तो उन्होंने डकैती करने का फैसला किया।”
उन्होंने मुकेश को बाजार के एक परिचित से मिली जानकारी के आधार पर निशाना बनाया। उन्होंने बताया कि गिरोह ने डकैती की साजिश रची और अपराध को अंजाम देने के लिए मोटरसाइकिल तथा देसी पिस्तौल का इस्तेमाल किया।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने लूटी गई 35,200 रुपये की नकदी, एक मोटरसाइकिल और एक देसी पिस्तौल बरामद की है। पुलिस के अनुसार, गिरोह ने इलाके के अन्य दुकानदारों को लूटने की साजिश रची थी, लेकिन वे पकड़े गए।