दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए चुनाव आज होने जा रहा है. इस चुनाव में भाजपा की जीत की संभावना अधिक मानी जा रही है, क्योंकि आम आदमी पार्टी (आप) ने चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारने से मना कर दिया है. भाजपा ने मेयर पद के लिए राजा इकबाल सिंह और डिप्टी मेयर पद के लिए जयभगवान यादव को उम्मीदवार बनाया है. आम आदमी पार्टी ने इस चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. 'आप' का कहना है कि अब दिल्ली में भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार है, जिसमें केंद्र, राज्य और एमसीडी शामिल हैं. इस स्थिति में 'आप' का मानना है कि भाजपा पूरी तरह से दिल्ली को अपने नियंत्रण में ले चुकी है. गुरुवार को 'आप' मुख्यालय पर एक प्रेस वार्ता आयोजित की गई, जिसमें पूर्व मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय और अन्य नेताओं ने इस मुद्दे पर बात की.
भाजपा के दिल्ली प्रदेश प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने AAP पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी क्रॉस वोटिंग की आशंका से डरकर महापौर चुनाव से हट गई है. उन्होंने कहा कि 'आप' के पार्षद पार्टी लाइन से अलग चलना चाहते हैं. भाजपा का दावा है कि दिल्ली को अब भाजपा का मेयर और ट्रिपल इंजन सरकार के विकास का अवसर मिलने वाला है.
एमसीडी में वर्तमान में 238 पार्षद हैं, जिनमें से 11 सीटें दिल्ली विधानसभा और एक सीट लोकसभा के लिए खाली हैं. भाजपा के पास कुल 250 में से अब 117 पार्षद हैं, जो कि 2022 में 104 थे. वहीं आम आदमी पार्टी के पार्षदों की संख्या 134 से घटकर 113 हो गई है. वहीं कांग्रेस के पास केवल 8 सीटें हैं. आपको बता दें कि मेयर चुनाव के लिए निर्वाचक मंडल में 238 पार्षद, 10 सांसद और तीन विधायक शामिल है. दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने भाजपा के 11 और 'आप' के तीन विधायकों को निर्वाचक के रूप में नामित किया है.