भारतीय मुक्केबाजी महासंघ में शुरू हुए नाटकीय घटनाक्रम में अब निलंबित बीएफआई कोषाध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने बीएफआई के तत्काल चुनाव की मांग की है। उन्होंने महासंघ के खराब प्रबंधन और पेरिस ओलंपिक में भारत के निराशाजनक प्रदर्शन के लिए वर्तमान बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह को जिम्मेदार ठहराया है।
दिग्विजय ने अजय सिंह को "तानाशाह" करार देते हुए चुनाव कराने में हो रही देरी की आलोचना की और आरोप लगाया कि इससे खेल में प्रशासनिक अस्थिरता पैदा हुई है। यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब दिल्ली हाई कोर्ट ने वर्ल्ड मुक्केबाजी संघ द्वारा गठित अंतरिम समिति के गठन पर केंद्र सरकार का रुख पूछा है। इस समिति का गठन 7 अप्रैल को बीएफआई संचालन का प्रभार संभालने के लिए किया गया था।
अंतरराष्ट्रीय संस्था ने भारतीय मुक्केबाजी हितधारकों की अपील के बाद यह कदम उठाया है, जिसमें महासंघ के कामकाज में स्थिरता की मांग की गई है। न्यायमूर्ति मिनी पुष्करणा ने 8 अप्रैल को कहा था कि, “आगे बढ़ने से पहले, इस न्यायालय का मानना है कि भारत संघ, यानी युवा मामले और खेल मंत्रालय को उक्त पत्र के संबंध में अपना रुख सामने रखना चाहिए।”
इस मामले की अगली सुनवाई 23 अप्रैल को होने वाली है जबकि पारदर्शिता और समय पर चुनाव की मांग जोर पकड़ रही है। कोर्ट का फैसला आने तक भारत में मुक्केबाजी प्रशासन का भविष्य अनिश्चित बना हुआ है।