राजधानी दिल्ली एक बार फिर वायु प्रदूषण की चपेट में आ गया है। स्थिति दिन प्रतिदिन बत्तर होती जा रही है। हवा में जहर इतना घुल गया है कि लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है। सुबह से ही शहर के कई हिस्सों में धुंध की मोटी चादर छाई हुई है। वहीं, कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 'खराब' से 'बेहद खराब' श्रेणी में दर्ज की गई है। स्वास्थ्य को लेकर चेतावनी भी जारी की गई है। दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण से स्थिति गंभीर होती जा रही है। लोगों को खुली हवा में सांस लेना मुश्किल हो रहा है। दिवाली के बाद से ही यहां की हवा में जहर घुल गया है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खराब से बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, मंगलवार को AQI गंभीर श्रेणी तक पहुंच सकता है। लोगों को आंखों में जलन और सांस संबंधी समस्याएं हो रही है।
अक्षरधाम इलाके के आसपास धुंध की परत छाई हुई है। इलाके का AQI 392 है, जिसे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने 'बेहद खराब' श्रेणी में रखा है। वहीं, CPCB) के अनुसार ITO के आसपास वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 347 दर्ज किया गया जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है। दिल्ली-NCR में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी हुई है, प्रदूषण से निपटने के लिए एंटी-स्मॉग गन का इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रदूषण को कम करने के लिए जगह-जगह पानी का भी छिड़काव किया जा रहा है।
दिल्ली के इन इलाकों में सबसे खराब हालात
- आनंद विहार: AQI 392 (बेहद खराब)
- AIIMS क्षेत्र: AQI 297 (खराब)
- कर्तव्य पथ: AQI 278 (खराब)
- लोधी रोड-तिलक मार्ग: AQI 153 (मध्यम)
प्रदूषण के बढ़ते स्तर के बीच दिल्ली सरकार और केंद्र की एजेंसियां अलर्ट पर हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों की सलाह दी है कि बिना काम के घर से ना निकलें। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और सांस के मरीजों को घर पर ही रहने की सलाह दी गई है। मास्क पहनने, अनावश्यक बाहर निकलने से बचने और वाहनों के इस्तेमाल को कम करने की सलाह दी जा रही है। हालात को देखते हुए GRAP के तहत अतिरिक्त प्रतिबंध लागू होने की संभावना है।