आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने रन बनाने के लिए जूझ रहे मार्नस लाबुशेन और स्टीव स्मिथ को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाकी बचे चार टेस्ट मैचों में फॉर्म में वापसी करने के लिए भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली की तरह अपने खेल पर भरोसा करने की सलाह दी है। पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट मैच में लाबुशेन भारतीय तेज गेंदबाजों के सामने संघर्ष करते हुए नजर आए। उन्होंने इस मैच में दो और तीन रन बनाए।
ऑस्ट्रेलिया को इस मैच में 295 रन से करारी हार का सामना करना पड़ा था। स्मिथ भी पहले टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के सामने जूझते रहे। वे पहली पारी में खाता नहीं खोल पाए, जबकि दूसरी पारी में उन्होंने 60 गेंद पर 17 रन बनाए। पोंटिंग ने आईसीसी रिव्यू में कहा, "पर्थ में सभी बल्लेबाजों में से मार्नस सबसे ज्यादा जूझते हुए नजर आए। ये सही है कि विकेट मुश्किल था और भारतीय गेंदबाज शानदार गेंदबाजी कर रहे थे लेकिन उन्हें इसे बदलने का तरीका ढूंढना होगा।"
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ने इस संदर्भ में कोहली का उदाहरण दिया जो पहली पारी में पांच रन बनाकर आउट होने के बाद दूसरी पारी में नाबाद 100 रन बनाकर वापसी करने में सफल रहे। पोंटिंग ने कहा, "विराट ने अपने खेल पर भरोसा किया और वे पहली पारी की तुलना में दूसरी पारी में अलग खिलाड़ी की तरह नजर आए। उन्होंने विरोधी टीम से लड़ने के बजाय अपने मजबूत पक्षों पर ध्यान केंद्रित किया। मार्नस और स्मिथ को यही करने की जरूरत है- अपना रास्ता खोजें और मजबूत इरादे दिखाएं।"
पोंटिंग ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को ज्यादा जोखिम लेने और भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बनाने के लिए कहा। उन्होंने कहा, "आपको जोखिम लेने और गेंदबाजों पर दबाच डालने का तरीका ढूंढना होगा क्योंकि हम सभी जानते हैं कि बुमराह जैसे गेंदबाज आपको रन बनाने के लिए मौकें नहीं देंगे।"
पहले टेस्ट में करारी हार झेलने के बावजूद पोंटिंग ने ऑस्ट्रेलिया को टीम में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं करने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा, "मैं उसी टीम के साथ बने रहने की सलाह दूंगा। मुझे लगता है कि आपको चैंपियन खिलाड़ियों पर भरोसा दिखाना होगा और हम इस टीम में जिन लोगों के बारे में बात कर रहे हैं उनमें से कई चैंपियन खिलाड़ी रहे हैं।"