दानिश मालेवार के 79 रन और सलामी बल्लेबाज ध्रुव शोरे के 74 रन की मदद से मेजबान विदर्भ ने रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल के पहले दिन गत चैम्पियन मुंबई के खिलाफ पांच विकेट पर 308 रन बना लिये। टेस्ट टीम मे जगह बनाने का दावा फिर पुख्ता करने वाले करूण नायर ने 45 रन बनाये।
वह शिवम दुबे की गेंद पर विकेट के पीछे लपके जाने के फैसले से खुश नहीं थे हालांकि उन्होंने डीआरएस लिया। दो बार की चैम्पियन टीम के लिये बड़ी साझेदारियां नहीं बन सकी लेकिन पहले दिन 88 ओवर में 300 रन का आंकड़ा पार कर लिया। मुंबई ने 13 नोबॉल डाली। बायें हाथ के स्पिनर शम्स मुलानी ने 18 ओवर में 44 रन देकर दो विकेट लिये। दुबे ने नौ ओवर में 35 रन देकर दो विकेट चटकाये और उनमें से एक में सूर्यकुमार यादव ने स्लिप में डाइव लगाकर शानदार कैच लपका।
मुंबई को और सफलतायें नहीं मिल सकी क्योंकि नयी गेंद संभालने वाले शार्दुल ठाकुर और मोहित अवस्थी विकेट लेने में नाकाम रहे। ठाकुर ने 14 ओवर में 57 और मोहित ने 61 रन दिये। सुबह का सत्र शोरे के नाम रहा जिन्होंने मोहित की हाफ वॉली पर पड़ रही गेंदों का पूरा फायदा उठाया। बायें हाथ के तेज गेंदबाज रॉयस्टोन डायस ने मुंबई को पहली सफलता दिलाते हुए अथर्व तायडे (चार) को आउट किया।
दिल्ली के पूर्व सलामी बल्लेबाज शोरे ने दूसरे विकेट के लिये पार्थ रेखांडे (23) के साथ 54 रन जोड़े। वह दुबे को ड्राइव लगाने के प्रयास में तीसरी स्लिप में सूर्यकुमार को कैच दे बैठे। इस सत्र में विदर्भ की खोज रहे मालेवार ने शोरे के साथ 51 रन जोड़े। शतक की ओर बढ रहे शोरे ने मुलानी की गेंद पर अजिंक्य रहाणे को कैच थमाया। इसके बाद नायर और मालेवार ने 78 रन की साझेदारी की ।
नायर ने दुबे की गेंद पर विकेट के पीछे आकाश आनंद को कैच थमाया। अंपायर के आउट करार देने पर उन्होंने डीआरएस लिया लेकिन अंपायर का फैसला ही कायम रहा। मालेवार ने मुलानी की गेंद पर विकेट के पीछे कैच दिया। पहले दिन का खेल समाप्त होने पर यश राठौड़ 47 और कप्तान अक्षय वाडकर 13 रन बनाकर खेल रहे थे।