ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने गुरुवार को कहा कि भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मुकाबला काफी मुश्किल होने वाला है। इस दौरान उन्होंने माना कि खिलाड़ियों पर ज्यादा दबाव रहेगा, क्योंकि विश्व क्रिकेट के दो दिग्गज चार मैचों की बजाय पांच टेस्ट मैचों में एक-दूसरे के खिलाफ खेलेंगे। पांच मैचों की ये सीरीज दोनों ही टीमों के लिए काफी अहम है, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया शुक्रवार से होने वाले मैच में घरेलू धरती पर लगातार हार का बदला लेना चाहेगा।
मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में पैट कमिंस ने कहा, "बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में हर सीरीज काफी अहम होती है। पांच टेस्ट मैचों की सीरीज काफी कठिन होती है, ये बहुत बड़ी सीरीज है।" ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने माना कि घरेलू टीम पर दबाव होगा, खासकर तक जब ऑस्ट्रेलिया ने इससे पहले भारत के खिलाफ पिछली चार टेस्ट सीरीज गंवा दी हैं। इसमें दो सीरीज ऑस्ट्रेलिया घरेलू मैदान में हारा था।
कमिंस ने कहा, "घरेलू मैदान पर खेलते समय हमेशा दबाव रहता है। भारत की टीम काफी मजबूत है। ग्राउंड पर चुनौती होगी। हम तैयार हैं। लेकिन हम बहुत आगे के बारे में नहीं सोच रहे हैं।" ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ने ये भी कहा कि नए खिलाड़ी नाथन मैकस्वीनी को इस साल की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले महान सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर की नकल करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, "उसे अपने स्टाइल में ही खेलना चाहिए। डेविड वार्नर की नकल करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। ये उनका तरीका नहीं है। जब तक वो गेंदबाजों को बार-बार गेंदबाजी करवाता है, तब तक यही उसका खेल है।"
भारत के प्रतिभाशाली ऑलराउंडर नितीश रेड्डी के बारे में पूछे जाने पर कमिंस ने कहा, "वो एक प्रभावशाली युवा खिलाड़ी है। सनराइजर्स हैदराबाद के लिए उसने ज्यादा गेंदबाजी नहीं की। वो गेंद को स्विंग कर सकता है, वो एक प्रतिभाशाली बच्चा है।"