भारतीय बल्लेबाजों को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बुधवार को सेंचुरियन में होने वाले तीसरे टी20 मैच में अपने बल्लेबाजों से बेहतर खेल दिखाने की उम्मीद है। दूसरे मैच में उनके फ्लॉप शो के वजह से टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था। भारत ने 2009 के बाद से सेंचुरियन में सिर्फ एक टी20 मैच खेला है और 2018 में खेले गए इस मैच में उसे छह विकेट से हार मिली थी। उस टीम का एक ही सदस्य हार्दिक पंड्या मौजूदा टीम में है।
भारत की चिंता का सबब उसके बल्लेबाजों का खराब फॉर्म भी है चूंकि सुपरस्पोर्ट पार्क की पिच भी गबेरहा की पिच की ही तरह तेज और उछाल भरी है। दूसरे टी20 में भारतीय बल्लेबाजों को दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाजों ने काफी परेशान किया था और भारतीय टीम छह विकेट पर 124 रन ही बना सकी थी।
टॉप ऑर्डर में अभिषेक शर्मा लगातार नाकाम रहे हैं और इससे पहले कि टीम प्रबंधन संयोजन में बदलाव की सोचे, उन्हें अच्छी पारी खेलनी होगी। अभी भी संजू सैमसन के साथ पारी की शुरूआत करने तिलक वर्मा को उतारा जा सकता है जिससे रमनदीप सिंह मिडिल ऑर्डर में उतर सकते हैं।
सीनियर बल्लेबाज कप्तान सूर्यकुमार यादव, पंड्या और रिंकू सिंह को भी अच्छा प्रदर्शन करना होगा। सूर्यकुमार और रिंकू लय में नहीं है जबकि पंड्या ने दूसरे मैच में 39 रन बनाने के लिये 45 गेंदें खेल डाली। उन्हें पहला चौका जड़ने के लिये 28 गेंद तक इंतजार करना पड़ा।
इन तीनों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा जबकि सैमसन को पिछले मैच की नाकामी भुलाकर बड़ी पारी खेलनी होगी। तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने डरबन में 25 रन देकर एक विकेट लिया लेकिन दूसरे मैच में 41 रन दे डाले और एक ही विकेट मिला। उन्होंने तीसरे और चौथे ओवर में 28 रन दे डाले जिसमें ट्रिस्टन स्टब्स ने चार चौके लगाए।
उन्हें भी अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा, नहीं तो यश दयाल या विशाख विजयकुमार को मौका मिल सकता है। पिछले मैच में पांच विकेट लेने वाले वरूण चक्रवर्ती और रवि बिश्नोई ने स्पिन गेंदबाजी का जिम्मा बखूबी संभाला है। वे इस सिलसिले को कायम रखना चाहेंगे।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान एडेन माक्ररम, डेविड मिलर और हेनरिच क्लासेन सीरीज में अब तक उम्मीदों के मुताबिक नहीं खेल पाए हैं। स्टब्स और गेराल्ड कोएत्जी ने दूसरे मैच में टीम को जीत दिलाई। अब अनुभवी बल्लेबाजों को जिम्मेदारी संभालनी होगी।