भारतीय टीम इस समय इंग्लैंड दौरे पर है और सीरीज में 0-1 से पीछे चल रही है। अब अगला टेस्ट मैच एजबेस्टन में खेला जाएगा। इस बीच एक बड़ी खबर यह है कि टीम इंडिया के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को इस मैच में आराम दिया जाएगा। टीम के कोच गौतम गंभीर पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि बुमराह को वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत आराम दिया जा रहा है। यानी वह सिर्फ तीसरे और पांचवें टेस्ट मैच में ही खेलेंगे, जिसका मतलब है कि बुमराह एजबेस्टन टेस्ट से बाहर रहेंगे।
ऐसे समय में बुमराह जैसे मैच विनर को बाहर रखना काफी जोखिम भरा फैसला माना जा रहा है। एजबेस्टन की पिच तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल मानी जाती है और भारत का इस मैदान पर रिकॉर्ड भी अच्छा नहीं रहा है अब तक भारत ने यहां कोई टेस्ट मैच नहीं जीता है।
लीड्स टेस्ट में भारत ने पहली और दूसरी पारी मिलाकर पांच शतक लगाए, इसके बावजूद टीम को हार का सामना करना पड़ा। इसका एक बड़ा कारण यह था कि गेंदबाजी में बुमराह के अलावा कोई और प्रभावशाली नहीं रहा। अगर एजबेस्टन में भी भारत हारता है, तो सीरीज जीतने की उम्मीदें लगभग खत्म हो जाएंगी। ऐसे में केवल 'वर्कलोड' के नाम पर बुमराह को आराम देना समझदारी नहीं मानी जा सकती।
बुमराह के बाहर रहने पर भारत के पास दो मुख्य विकल्प हैं:
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अर्शदीप सिंह: सीमित ओवरों के फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में खुद को अभी साबित करना बाकी है।
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आकाश दीप: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रभावी प्रदर्शन कर चुके हैं और उनमें टेस्ट क्रिकेट की क्षमता नजर आई है।
अब देखना यह है कि कोच गौतम गंभीर इन दोनों में से किसे मौका देते हैं। यदि बुमराह को आराम देने का फैसला टीम के संतुलन को बिगाड़ता है और भारत मैच हारता है, तो यह निर्णय टीम इंडिया पर भारी पड़ सकता है। बुमराह का कार्यभार प्रबंधन जरूरी है, लेकिन यह टीम की हार-जीत से बड़ा नहीं हो सकता। एजबेस्टन टेस्ट में उनका न खेलना सीरीज के नतीजे को प्रभावित कर सकता है।