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Champions Trophy 2025 टूर्नामेंट में बने रहने के लिए ENG और AFG की नजरें जीत पर

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में बुधवार को ग्रुप बी के अहम मैच में अफगानिस्तान और इंग्लैंड आमने-सामने होंगी। इस मैच में दोनों टीमें चैंपियंस ट्रॉफी में अपनी उम्मीदों को जिंदा रखना चाहेगी। यहां हार से दोनों टीमों के सेमीफाइनल में पहुंचने के सपने को झटका लगेगा, क्योंकि दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया पहले ही दो अंक हासिल कर चुके हैं।

सफेद गेंद में इंग्लैंड का वर्चस्व टूट चुका है, क्योंकि पूर्व विश्व चैंपियन की कमजोर टीम टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 350 से अधिक के स्कोर का बचाव करने में भी विफल रही थी। इंग्लैंड भले ही विशाल स्कोर बनाने में कुछ हद तक सहज महसूस कर रहा हो, लेकिन सच ये है कि ये ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ आया, जिसमें उनके प्रमुख तेज गेंदबाज पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड नहीं थे।

इसके बाद इंग्लिश गेंदबाज ऑस्ट्रेलियाई लाइन-अप को रोकने में विफल रहे, जिसमें चोटिल मिशेल मार्श और अब रिटायर हो चुके मार्कस स्टोइनिस जैसे प्रमुख बल्लेबाज नहीं थे। इसलिए, इंग्लैंड को इन दोनों मामलों में अफगानिस्तान के खिलाफ काफी सुधार की जरूरत होगी।

राशिद खान, नूर अहमद और मोहम्मद नबी से मिलकर बना अफगानिस्तान का तीन-आयामी स्पिन आक्रमण सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को भी परेशान करने की क्षमता रखता है और धीमी गति के गेंदबाजों के खिलाफ इंग्लैंड के बल्लेबाजों का हालिया प्रदर्शन भी आत्मविश्वास बढ़ाने वाला नहीं है।

इंग्लैंड को भी झटका लगा है क्योंकि ऑलराउंडर ब्रायडन कार्स पैर की अंगुली में चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह लेग स्पिनर रेहान अहमद को शामिल किया गया है ताकि स्पिन विभाग को मजबूत किया जा सके। ये कदम आदिल राशिद को भी सही समर्थन देगा, क्योंकि अब तक लियाम लिविंगस्टोन अपनी ऑफ-स्पिन, लेग-स्पिन और सीम-अप डिलीवरी के साथ ये भूमिका निभा रहे थे।

लेकिन इंग्लैंड की असली समस्या मध्यक्रम के सलामी बल्लेबाज फिल साल्ट और हैरी ब्रूक की खराब फॉर्म है। साल्ट ने इस प्रारूप में एकमात्र शतक 2022 में लगाया था और तब से वेल्शमैन ने अपनी शुरुआत को वास्तव में भुनाया नहीं है, वे अक्सर 30 या 40 रन बनाने के बाद आउट हो जाते हैं।

ब्रुक ने भी कुछ ऐसी ही कहानी बयां की है। यॉर्कशायर के इस खिलाड़ी ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू वनडे में बेहतरीन फॉर्म में दिखे थे, उन्होंने तीन मैचों की सीरीज में एक शतक और दो अर्द्धशतक लगाए थे। हालांकि, भारत दौरे के बाद से ही ब्रूक स्पिनरों के खिलाफ खुद पर संदेह कर रहे हैं और पिछले मैच में ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर एडम जाम्पा के सामने हार गए थे।

अब, 26 साल के इस खिलाड़ी को अफगानिस्तान के खिलाफ तीन बेहतरीन स्पिनरों का सामना करना होगा। दूसरी ओर, अफगानों को अपनी समस्याओं से निपटना होगा। वे टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका से 107 रनों से हार गए थे।

वे लगभग उन्हीं खिलाड़ियों के साथ टी20 विश्व कप 2024 के सेमीफाइनल में पहुंचे थे, लेकिन वनडे प्रारूप में प्रदर्शन और रणनीतियों को लागू करने में निरंतरता की जरूरत होगी। अफगानिस्तान के पास जरूरी प्रतिभा है, लेकिन उन्हें इंग्लैंड को चुनौती देने के लिए लगातार इसका इस्तेमाल करने का तरीका खोजने की जरूरत है, यहां तक ​​कि उनकी सबसे कमजोर स्थिति में भी।

टीमें
अफगानिस्तान:
 हशमतुल्लाह शाहिदी (कप्तान), इब्राहिम जादरान, रहमानुल्लाह गुरबाज, सिदिकुल्लाह अटल, रहमत शाह, इकराम अलीखिल, गुलबदीन नैब, अजमतुल्लाह उमरजई, मोहम्मद नबी, राशिद खान, नांग्याल खारोटी, नूर अहमद, फजलहक फारूकी, फरीद मलिक, नवीद जादरान। रिजर्व: दरवेश रसूली, बिलाल सामी।

इंग्लैंड: जोस बटलर (कप्तान), जोफ्रा आर्चर, गस एटकिंसन, टॉम बैंटन, हैरी ब्रुक, रेहान अहमद, बेन डकेट, जेमी ओवरटन, जेमी स्मिथ, लियाम लिविंगस्टोन, आदिल राशिद, जो रूट, साकिब महमूद, फिल साल्ट, मार्क वुड।

मैच दोपहर 2.30 बजे शुरू होगा।