इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मौजूदा सत्र के दौरान मैदानी अंपायरों ने खिलाड़ियों को गलत तरीके से फायदा उठाने से रोकने के लिए बल्लों के साइज की रैंडम जांच शुरू कर दी है। बल्लों के साइज की जांच करना पहले से लागू है, लेकिन पिछले साल तक ये प्रक्रिया ड्रेसिंग रूम के अंदर ही अपनाई जाती थी।
बीसीसीआई ने पावर-हिटिंग के समय ज्यादा सतर्क रहने के लिए मैच अधिकारियों को जरूरत पड़ने पर लाइव मैच में भी बल्ले के किसी भी हिस्से की जांच करने की इजाजत दे दी है। पूर्व क्रिकेटर अतुल वासन ने मामले में कहा कि कई नई बातें सामने आई हैं, लेकिन कुछ को आईसीसी ने प्रतिबंधित कर दिया है।
राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाज नितीश राणा ने बैट चेक विवाद पर कहा, 'बैट चेक से कोई समस्या नहीं है, ये अंपायर का अधिकार है।' राजस्थान रॉयल्स के शिमरॉन हेटमायर, आरसीबी के फिल साल्ट और मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या के बल्ले को फील्ड ऑफ प्ले (एफओपी) पर बैट गेज से नापा गया था।
दिल्ली कैपिटल्स के तेज गेंदबाज मोहित शर्मा ने मजाकिया अंदाज में कहा कि अंपायर बल्ले की जांच करेंगे तो लंबे लंबे छक्कों पर रोक लग जाएगी। रिकॉर्ड के लिए सभी बल्ले जांच में सही मिले। हालांकि, जब बीसीसीआई से पूछा गया कि क्या बल्ले के साइज का उल्लंघन हुआ है, तो उसने चुप्पी साध ली, जिसके कारण रैंडम जांच की गई।
थोड़ी ज्यादा मोटाई या किनारे पर थोड़ी ज्यादा लकड़ी इन दिनों बहुत अंतर पैदा करती है, जहां गलत हिट भी अलग-अलग मैदानों पर स्टेडियम की दर्शक दीर्घा में 10वीं लाइन तक चली जाती है।