AFG vs SA Semi Final: अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के कोच जोनाथन ट्रॉट ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ त्रिनिदाद के तारोबा में टी20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल के लिए इस्तेमाल की गई पिच की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह के बड़े मुकाबले के लिए ये अनफिट थी। पिच से तेज गेंदबाजों को मूवमेंट मिल रहा था और इसमें अनिश्चित उछाल दिख रहा था। अफगानिस्तान की टीम इस पिच पर सिर्फ 56 रन बनाकर आउट हो गई जो टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में सबसे कम स्कोर है।
दक्षिण अफ्रीका ने भले ही लक्ष्य आठ ओवर और पांच गेंदों में हासिल कर लिया लेकिन उसके बल्लेबाजों को भी काफी मशक्कत करनी पड़ी। सेमीफाइनल में हार के बाद अफगानिस्तान टीम के कोच ने कहा कि इस तरह की पिच पर कोई भी वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल नहीं खेलना चाहेगा। इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि इस पिच ने बल्लेबाजी को पूरी तरह से खेल से बाहर कर दिया।
ट्रॉट का मानना है कि मुकाबला बराबरी का होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे ऐसा नहीं कह रहे कि पिच सपाट होनी चाहिए, जिसमें स्पिन या सीम मूवमेंट न हो। ट्रॉट का मानना है कि बल्लेबाजों की भी चिंता होनी चाहिए। उनके मुताबिक बल्लेबाजों को अपने पैर के मूवमेंट पर भरोसा होना चाहिए। ट्रॉट का कहना है कि टी20 का खेल आक्रामकता, रन बनाने और विकेट लेने से जुड़ा है। उनके मुताबिक ये फॉर्मेट क्रीज पर टिके रहने के लिए नहीं बना है।
तारोबा में वर्ल्ड कप के पांच मैच खेले गए जिनमें से पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम सिर्फ एक बार 100 रन के पार पहुंची। मेजबान वेस्टइंडीज ने न्यूजीलैंड के खिलाफ छह विकेट पर 149 रन बनाए और विरोधी टीम को लक्ष्य तक पहुंचने नहीं दिया। अफगानिस्तान का अपना पहला वर्ल्ड कप सेमीफाइनल खेलने से पहले काफी व्यस्त कार्यक्रम था।
ट्रॉट ने कहा कि उनके खिलाड़ी थके हुए थे। उन्होंने कहा कि उनकी टीम पिछले मैच के बाद तीन बजे होटल पहुंच पाए थे और इसके पांच घंटे बाद टीम को निकलना पड़ा। ट्रॉट ने कहा कि जब कोई टीम वर्ल्ड कप या किसी टूर्नामेंट में खेलती है तो सभी चीजें उसके हिसाब से नहीं होती हैं। उनके मुताबिक किसी भी टीम को मुश्किलों का सामना करते हुए आगे बढ़ना होता है।