न्यूजीलैंड के क्रिकेटर रचिन रवींद्र के पिता अक्सर उनकी प्रशंसा नहीं करते लेकिन भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में ऐतिहासिक जीत के बाद जब उन्होंने अपने बेटे के लिए संदेश भेजा कि ‘मुझे तुम पर बहुत गर्व है’ तो इस ऑलराउंडर के लिए वह बेहद खास बन गया। न्यूजीलैंड ने भारत को तीनों टेस्ट मैच में हराकर नया इतिहास रचा।
उसकी इस उपलब्धि में भारतीय मूल के 24 वर्षीय खिलाड़ी रवींद्र ने भी अहम भूमिका निभाई। रवींद्र का जन्म वेलिंगटन में हुआ लेकिन उनका परिवार बेंगलुरू से जुड़ा हुआ है। रवींद्र ने सेन रेडियो से कहा, "मैंने अपने पिता को अक्सर ये कहते हुए नहीं सुना है कि मुझे तुम पर बहुत गर्व है, इसलिए हमारी जीत के बाद जब उनका ये संदेश मिला तो बहुत अच्छा लगा।"
बाएं हाथ के इस बल्लेबाज के माता-पिता दीपा और रवि कृष्णमूर्ति बेंगलुरु के रहने वाले हैं। उनके दादा-दादी अब भी इस भारतीय शहर में रहते हैं। रवींद्र ने खुलासा किया कि बेंगलुरु में खेले गए पहले टेस्ट मैच के दौरान उनके पिता स्टेडियम में मौजूद थे। रवींद्र ने इस मैच की पहली पारी में शतक और दूसरी पारी में नाबाद 39 रन बनाकर न्यूजीलैंड की आठ विकेट से जीत में अहम भूमिका निभाई थी।