- by Pooja
- 08-Jun-2023
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ब्लैकमेलिंग के आरोपों में घिरी महिला ने विधायक महेश नेगी और उनकी पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है। महिला के अधिवक्ता ने दावा किया है कि कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। पुलिस ने भी इसकी पुष्टि की है। उधर, विधायक महेश नेगी के अधिवक्ता ने कहा कि महिला ने अब कोर्ट को गुमराह किया है, इसे लेकर महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएंगे। देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने में 13 अगस्त को भाजपा विधायक महेश नेगी की पत्नी रीता नेगी ने अल्मोड़ा क्षेत्र की एक महिला समेत चार लोगों पर ब्लैकमेलिंग का मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं, महिला ने भी पुलिस को तहरीर देकर विधायक पर गंभीर आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया।
महिला आयोग तक शिकायत गई, दो सुनवाई तिथियों में विधायक महेश नेगी पहुंचे पर महिला आयोग के समक्ष उपस्थित नहीं हुई। जबकि बाल आयोग ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस को जांच के आदेश दिए थे। जिसमें डीएनए रिपोर्ट को लेकर हुए खुलासे के बाद कार्रवाई के आदेश हुए थे। इस बीच हाईकोर्ट ने महिला की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी।
इधर, पुलिस के मुकदमा दर्ज न करने पर महिला ने एसीजेएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। महिला के वकील एसपी सिंह ने बताया कि शनिवार को कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस को विधायक महेश नेगी और उनकी पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस को कोर्ट के आदेश की प्रति उपलब्ध करवा दी गई है। इधर, नेहरू कालोनी थाना प्रभारी राकेश गुसाई ने बताया कि उन्हे कोर्ट से हुए आदेश की प्रति मिल गई है। इसका अध्ययन कर मुकदमा दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। महिला ने देहरादून पुलिस और कोर्ट में जो शिकायती पत्र दिया है, उसमें तथ्य अलग-अलग हैं। कहीं न कहीं महिला ने कोर्ट को गुमराह किया है। डीएनए जांच को लेकर पहले ही सच सामने आ चुका है। ऐसे में कोर्ट को गुमराह करने के मामले में महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा