- by Anamika Samrat
- 04-Jun-2023
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तनाव के बगैर जिंदगी की कल्पना नहीं की जा सकती है। आज के इस आधुनिक जिंदगी में हर इंसान के पास तनाव बढ़ता जा रहा है, जिसकी वजह से एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी बीमारियां जन्म ले रही है। तनाव जैसी तकलीफें जिनके बारे में पहले शायद ही कोई बात करता था, आज देखा जा रहा है कि लग-भग हर घर में तनाव ग्रसित व्यक्ति मौजुद है। किसी को ऑफिस का तनाव है, तो किसी को पैसे और नौकरी की चिंता है। ये परेशानियां आपका मानसिक स्ट्रेस बढ़ा रही हैं। ज्यादा सोचने, टेंशन लेने, तनाव, स्ट्रेस के कारण दिमाग पर बुरा असर पड़ता है, जिससे आप डिप्रेशन के शिकार हो सकते हैं। अक्सर हम भी जिंदगी की मूलभूत जरुरतों को पूरा करने के लिए तनाव में रहते हैं, इस परेशानी पर अब अंकुश लगाने का समय आ गया है।
परिस्थिति को बदलें
अपनी प्रतिक्रिया में बदलाव लाएं
व्यायाम से पड़ेगा असर
अगर आप मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखना चाहते हैं, तो एक्सरसाइज करने की आदत डालें। नियमित रूप से व्यायाम करने के कई लाभ हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि व्यायाम से मस्तिष्क में रक्त संचार बढ़ता है, एक्सरसाइज मूड और तनाव की स्थिति को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। साथ ही एंडोर्फिन शरीर में फील-गुड हार्मोन को रिलीज करता है।
दिनचर्या बनाएं
यदि आप अपने शरीर और मस्तिष्क को शांत करना चाहते हैं, तो सोने से कम से कम एक घंटे पहले आराम करें। अपने स्मार्टफोन को नीचे रखें उसमें वक्त नहीं बिताएं। गर्म पानी से नहाएं, किताब पढ़े, म्यूजिक सुने और ध्यान करें। मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए ये सभी आदतें बहुत प्रभावी साबित हो सकती है।
जिन चीज़ों को बदल न सकें उसे स्वीकार करना सीखें
तनाव के कुछ स्रोत अनिवार्य होते हैं। ऐसे कारकों से आप बच नहीं सकते या आप उन्हें बदल भी नहीं सकते, जैसे किसी परिजन की मृत्यु, कोई गंभीर बीमारी, या कोई राष्ट्रीय मंदी। ऐसी स्थिति में उपजे तनाव से उबरने का सबसे अच्छा तरीका है चीजों को उसी रूप में स्वीकार कर लेना। भले ही स्वीकार करना कठिन होगा पर दीर्घकालिक रूप से उस परिस्थिति के विरोध में खड़ा होना जिसे आप बदल नहीं सकते, के मुकाबले यह अधिक आसान और फ़ायदेमंद होगा।