- by Gaurav Sharma
- 25-Mar-2023
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संसद में बोलने की आजादी पर गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा बयान सामने आया है, उन्होंने कहा कि संसद में बोलने की पूरी आजादी है, लेकिन फ्री स्टाइल में बात करना सही नहीं है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लंदन में भारत के लोकतंत्र को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसके बाद से ही वो बीजेपी के निशाने पर हैं। एक बार फिर राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि संसद में उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है क्योंकि उनकी आवाज को दबाया जा रहा है।
इस आरोप पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि- "संसद में सभी के लिए Freedom of Speech है लेकिन वहाँ बोलने के नियम होते हैं। जो आज से नहीं बल्कि आजादी के बाद से चल रहे हैं और संसद चलाने के लिए जो भी नियम बनाए गए हैं उन्हें दशकों पहले कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने ही बनाया था। अमित शाह ने राहुल गांधी का नाम ना लेते हुए कहा कि नियमों को ना समझकर ये कहना कि हमें बोलने नहीं देते हैं तो उनके लिए बता दें कि हम भी उन्हीं नियमों के आधार पर चलते हैं।"
पार्लियामेंट में नियम :
अमित शाह ने कहा कि संसद चलाने के लिए बनाए गए नियम नेहरू-इंदिरा के जमाने में बने थे और हम उन्ही नियमों पर चलते हैं। उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि उनकी दादी के पिता जी के समय से ये नियम बने हुए हैं और आज भी संसद में इसी नियमों के तहत चर्चा होती है साथ ही कांग्रेस जो नारा दे रहे हैं कि पार्लियामेंट में फ्रीडम ऑफ स्पीच हो वो पार्लियामेंट में फ्रीडम ऑफ स्पीच है। उन्होंने कहा कि संसद में बोलने से कोई भी नहीं रोक सकता, लेकिन फ्री स्टाइल में नहीं बोल सकते। संसद में नियमों तहत, रूल्स समझकर और उस हिसाब से बहस होती है।
संसद में बोलने पर आरोप :
राहुल गांधी ने संसद में बोलने को लेकर आरोप लगाया है कि संसद में उनकी आवाज को दबाने के लिए उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है। इस आरोप पर कहा जा रहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी फ्रीडम ऑफ स्पीच को राजनीतिक हथियार बना रहे हैं। जिस पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने करारा जवाब देते हुए कहा कि संसद में नियमों के हिसाब से बोलना पड़ता है, जिस तरह से हम लोग रोड पर बोलते हैं, वैसे पार्लियामेंट में नहीं बोल सकते हैं साथ ही कहा कि ये नियम हमने नहीं बनाये बल्कि दशकों पहले बनाए गए है।