- by Gaurav Sharma
- 25-Mar-2023
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श्रीनगर: प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में खुद को डायरेक्टर बताकर रौब झाड़ने वाले फर्जी आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है. कश्मीर पुलिस द्वारा गिरफ्तार फर्जी आईएएस अधिकारी किरण पटेल को श्रीनगर कोर्ट (Srinagar Court) में पेश किया गया जहां उसको 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस ने शुक्रवार को ही उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था.
इस पूरे मामले को लेकर डिप्टी कमिश्नर और एसएसपी (SSP) से पूछताछ की जा रही है. किरण पटेल के वकील रिहान गौहर ने बताया कि आरोपी की श्रीनगर में शुक्रवार को पेशी हुई. अदालत ने उसे 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. इस मामले में 2 मार्च 2023 को सीआईडी (CID) ने कश्मीर में एक छद्मवेश के आने की सूचना पुलिस (Police) को दी थी. एसएसपी श्रीनगर ने तुरंत एक टीम ललित होटल भेजी. इस व्यक्ति का विवरण अहमदाबाद निवासी किरण भाई पटेल के रूप में पाया गया, जो खुद को अतिरिक्त निदेशक पीएमओ (PMO) नई दिल्ली के रूप में प्रस्तुत कर रहा था. चूंकि उसके जवाब संदिग्ध पाए गए, उसको पुलिस स्टेशन निशात ले जाया गया, जहां उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया था.
वहीं आरोपी किरण की पत्नी ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘मेरे पति पेशे से इंजीनियर हैं और मैं डॉक्टर हूं. वह जम्मू-कश्मीर विकास कार्य के लिए गए थे, क्योंकि वह एक इंजीनियर हैं और कुछ नहीं. उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है. वहां हमारे अधिवक्ता मामले को देख रहे हैं. मेरे पति कभी किसी के साथ गलत नहीं करेंगे. मैं आगे टिप्पणी नहीं कर सकती.’ जानकारी के मुताबिक गत 29 नवंबर 2022 को, गुजरात के ठग किरण पटेल ने SSB के डबल एस्कॉर्ट सहित Z प्लस सुरक्षा कवर के तहत LOC के पास गैरीसन टाउनशिप का दौरा किया था. उसने जनवरी 2023 में रूस का दौरा भी किया था. श्रीनगर और दिल्ली में सरकार को पहला अलर्ट डीसी बडगाम से 25 फरवरी को आया था.
पटेल ने दूधपथरी में जम्मू-कश्मीर सरकार के अधिकारियों को फटकार लगाई और डीसी को स्थानांतरित करने की धमकी दी थी. कुछ दिन पहले उन्होंने गुलमर्ग में शेखी बघारी थी कि उस दिन के फेरबदल में कुछ आईएएस अधिकारियों को उनके ‘आदेश’ पर तबादला कर दिया गया था. पटेल, 26 फरवरी 2023 से गुप्त रूप से वांछित था. आखिरकार 2 मार्च 2023 को कश्मीर की अपनी चौथी यात्रा पर वह फंस गया और गिरफ्तार कर लिया गया. हालांकि गिरफ्तार होने से पहले वो नियंत्रण रेखा के पास उरी में कमान पोस्ट से होते हुए श्रीनगर के लाल चौक तक पहुंचा था. पकड़े जाने से पहले तक उसने सरकारी आतिथ्य का पूरा मजा लिया था. अब आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज होने के बाद जेल भेज दिया गया है.