- by Gaurav Sharma
- 25-Mar-2023
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उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक स्कूल इन दिनों चर्चाओं में है, जहां इन दिनों सुंदरकांड पढ़ाया जा रहा है। देश की संस्कृति का प्रचार-प्रसार और बच्चों को सभ्यता से जोड़ने के लिए इन दिनों मेरठ के इस प्राइमरी स्कूल में रोजाना सुंदरकांड का पाठ पढ़ाया जा रहा है।
दरअसल यूपी के प्राइमरी स्कूलों में सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद 15 मार्च को रामायण कॉन्क्लेव के अंतर्गत प्राइमरी स्कूलों में प्रतियोगिताएं कराई गई। अब मेरठ के मटौर गांव के एक प्राइमरी स्कूल में बच्चों को सुंदरकाण्ड का पाठ पढ़ाया जा रहा है। बच्चों के स्कूल पहुंचने के बाद हर दिन वो हाथ में सुंदरकाण्ड लेकर पढ़ने में जुट जाते हैं, शिक्षक भी बच्चों को सुंदरकाण्ड का पूरा अर्थ अच्छे से समझाते हैं। स्कूल के शिक्षकों का कहना है कि प्रदेश सरकार का आदेश एक दिन का था, लेकिन एक दिन में बच्चे इतने बड़े ग्रंथ के बारे में पूरी तरह नहीं समझ पाएंगे, इसलिए वो बच्चों को हर दिन सुंदरकाण्ड का पाठ पढ़ा रहे हैं।
शिक्षकों का मानना है सुंदरकाण्ड का पाठ बच्चों को पढ़ाने से वो भारतीय संस्कृति से जुड़ेंगे और उनमें अच्छे संस्कार आएंगे साथ ही पाश्चात्य संस्कृति से दूर भी रहेंगे। सुंदरकाण्ड पाठ पड़ते समय स्कूल के छात्र छात्राएं कई चौपाई और दोहे याद करते हैं। अगर इस स्कूल की बात करें तो पूरा स्कूल आधुनिकता के रंग में रंगा हुआ है, स्कूल ट्रेन के डिब्बे के रूप में बनाया गया है और क्लास रूम ट्रेन के कोच की तरह दिखाई देते हैं साथ ही क्लास रूम की दीवारों पर खूबसूरत पेंटिंग्स बनी हुई है, जिससे क्लास रूम का महौल काफी खुशनुमा नजर आता है।