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पीठ की समस्या से जूझ रहे हैं नीरज चोपड़ा, बोले- मैं इस नतीजे को स्वीकार करूंगा

नई दिल्ली: भारतीय भाला फेंक स्टार नीरज चोपड़ा पिछले दो हफ्तों से पीठ की समस्या से जूझ रहे हैं और शायद इसका असर बृहस्पतिवार को टोक्यो में विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में उनके प्रदर्शन पर पड़ा। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के एक शीर्ष सूत्र ने पीटीआई वीडियो को बताया कि नीरज पीठ की समस्या से जूझ रहे हैं और जापान की राजधानी में अपनी प्रतियोगिता के बाद दो बार के ओलंपिक पदक विजेता ने भी इस बात को स्वीकार किया।

साल 2023 में पिछली प्रतियोगिता में जीते अपने स्वर्ण पदक का बचाव कर रहे नीरज फाइनल में बेहद खराब प्रदर्शन करते हुए निराशाजनक आठवें नंबर पर रहे, जबकि उनके हमवतन सचिन यादव ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए चौथा स्थान हासिल किया। अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा, ‘‘हां, ये सच है कि चोपड़ा पिछले कुछ हफ्तों से पीठ की समस्या से परेशान हैं। उन्होंने हमें इस बारे में सूचित किया था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसने (पीठ की समस्या ने) उनके प्रदर्शन को जरूर प्रभावित किया होगा, लेकिन उन्हें अपने प्रदर्शन को लेकर चिंतित नहीं होना चाहिए। खेल में हार-जीत तो होती ही रहती है। इसके अलावा भाला फेंक एक ऐसा खेल है जिसमें किसी दिन हो सकता है आपका प्रदर्शन अच्छा नहीं हो और किसी और दिन बिल्कुल भी अच्छा नहीं हो।’’

एएफआई अधिकारी के अनुसार नीरज ने विश्व चैंपियनशिप से पहले चेक गणराज्य में प्रशिक्षण के दौरान उबरी पीठ की समस्या के बारे में महासंघ को सूचित किया था। उनके वर्तमान कोच और पूर्व महान खिलाड़ी जान जेलेज्नी चेक गणराज्य के ही हैं।

फाइनल में कोई भी खिलाड़ी 90 मीटर के आंकड़े को नहीं छू पाया। नीरज पांचवें दौर के बाद 84.03 मीटर की सबसे अच्छी कोशिश के साथ बाहर हो गए, जिससे वे कुल मिलाकर आठवें नंबर पर रहे। यादव पहली कोशिश में 86.27 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ चौथे नंबर पर रहे। अधिकारी ने बताया कि यादव के प्रदर्शन से पता चलता है कि भारतीय भाला फेंक में वैश्विक स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने की गहराई है।

आठवें स्थान पर रहने के बाद नीरज ने कहा कि ये एक अलग दिन था जब वे स्थिति को नियंत्रित नहीं कर पा रहे थे। नीरज ने बताया, ‘‘ऐसा लंबे समय के बाद हुआ। आमतौर पर मैं स्थिति को नियंत्रित करता था, लेकिन आज का दिन अलग था। मैं इस नतीजे को स्वीकार करूंगा और अगले सत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन यहां आने से पहले चेक गणराज्य में प्रशिक्षण के दौरान मुझे पीठ में तकलीफ हो गई थी और इस वजह से मैंने पिछले दो हफ्तों से ट्रेनिंग नहीं की। इसके लिए रिहैब चल रहा है। मेरी टीम ये जानती है और मैंने एएफआई को भी सूचित कर दिया है।’’ नीरज ने कहा, ‘‘शुरुआत में हमें ये भी नहीं पता था कि मैं मुकाबला कर पाऊंगा या नहीं। लेकिन हमने फैसला किया कि मैं मुकाबला करूंगा। मैं स्वस्थ महसूस नहीं कर रहा था। ज्यादा प्रशिक्षण नहीं ले रहा था।’’

पीठ की समस्या कैसे पैदा हुई ये बताते हुए नीरज ने कहा, ‘‘ये घटना चार सितंबर को हुई। मैं प्रशिक्षण के दौरान गोला थ्रो कर रहा था। मैं बैक थ्रो और फ्रंट थ्रो करता हूं। जब मैं फ्रंट थ्रो करने के लिए नीचे झुका तो मेरे बाईं ओर ब्लॉकिंग साइड में अचानक झटका लगा। वहां खिंचाव आ गया और मैं चल भी नहीं पा रहा था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमने प्राग में एमआरआई कराया और डिस्क में कुछ समस्या थी। छह सितंबर को यहां पहुंचने के बाद से मैं रोज एक मशीन की मदद से इलाज करवा रहा हूं। हमने एक (परीक्षण) सत्र किया और मुकाबला करने का फैसला किया।’’ नीरज ने कहा कि बुधवार को क्वालीफिकेशन के दौरान उनका एक ‘आसान थ्रो’ आया था, लेकिन बृहस्पतिवार को फाइनल में वे कुछ खास नहीं कर सके।